हिन्दुस्तानी संगीत में श्रुतियो के प्रकार तथा महत्त्व
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इस प्रदर्शन में 'श्रोतियों का परिचय' और उनकी भूमिका पर चर्चा की जाएगी, जिससे समूह में उनकी भागीदारी बढ़ सके। 'श्रोतियों के प्रकार' और उनकी पहचान के आधार पर उनकी उपयुक्त भूमिका निर्धारित करने के साथ-साथ उनके द्वारा प्रस्तुत विचारों को समझने के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है। प्रदर्शन के वैज्ञानिक, सांस्कृतिक और सामाजिक पहलुओं पर चर्चा में शिक्षात्मक दृष्टिकोण अपनाया गया है और अंत में श्रोतियों के लाभ व निहितार्थों पर विशेष फोकस दिया गया है।